कविता
शतरंज को शिकस्त
शतरंज के खेल की बिसात सजी हुई है
हर चाल का जवाब दूसरी चाल से
पूरी रणनीति के बाद
विजय की अभिलाषा लिए
धीमी रफ्तार से आगे बढ़ता है प्यादा
जो आगे बढ़ा एक बार तो पीछे हटना नामुमकिन
पूरे रास्ते मौत से जूझता
अगर पहुच गया सीमा पार
तो मुकुट पहना दिया जाएगा उसके माथे पर
कुछ सैनिक सीधी चाल चलते हैं
तो कोई बस छलांग जाते हैं बाधाएं
डेढ़ कदम उछलकर
कुछ सुनियोजित और भारी कदम रखते
सबकी नजर उनके हर एक कदम पर
परास्त करने का खेल जारी रहता है
जैसे कोई शीतयुद्ध चल रहा हो खामोशी के साथ
तनाव से भरे माहौल में अचानक
खेल के नियम से बिल्कुल विरुद्ध
स्नेह की रणनीति से भरी एक चाल
गंभीरता के बादलों को जब भेद देती है
चहक और उल्लास की बारिश से
भीग जाती है बिसात
अनुभवी दादा
अपनी छोटी सी पोती से
परास्त हो गए हैं अभी अभी
शतरंज की बिसात अभी भी जमी है
वज़ीर, घोड़ा ,हाथी,ऊंट अचरज से भौचक ताक रहे है खिलाड़ियों को
किसी की किलकारी ने शायद
मात दे दी है शतरंज को।
एकता
शतरंज को शिकस्त
शतरंज के खेल की बिसात सजी हुई है
हर चाल का जवाब दूसरी चाल से
पूरी रणनीति के बाद
विजय की अभिलाषा लिए
धीमी रफ्तार से आगे बढ़ता है प्यादा
जो आगे बढ़ा एक बार तो पीछे हटना नामुमकिन
पूरे रास्ते मौत से जूझता
अगर पहुच गया सीमा पार
तो मुकुट पहना दिया जाएगा उसके माथे पर
कुछ सैनिक सीधी चाल चलते हैं
तो कोई बस छलांग जाते हैं बाधाएं
डेढ़ कदम उछलकर
कुछ सुनियोजित और भारी कदम रखते
सबकी नजर उनके हर एक कदम पर
परास्त करने का खेल जारी रहता है
जैसे कोई शीतयुद्ध चल रहा हो खामोशी के साथ
तनाव से भरे माहौल में अचानक
खेल के नियम से बिल्कुल विरुद्ध
स्नेह की रणनीति से भरी एक चाल
गंभीरता के बादलों को जब भेद देती है
चहक और उल्लास की बारिश से
भीग जाती है बिसात
अनुभवी दादा
अपनी छोटी सी पोती से
परास्त हो गए हैं अभी अभी
शतरंज की बिसात अभी भी जमी है
वज़ीर, घोड़ा ,हाथी,ऊंट अचरज से भौचक ताक रहे है खिलाड़ियों को
किसी की किलकारी ने शायद
मात दे दी है शतरंज को।
एकता
आँखों देखा हाल बहुत सुन्दर लगा
ReplyDeleteवाह!बेहतरीन!
ReplyDeleteवाह
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