बूंदों की उम्र
बूंदों की उम्र क्षणिक
छोटा सा जीवन
सदियों के विशाल संसार में
जैसे छोटी सी उम्र इंसान की
छोटा सा जीवन
सदियों के विशाल संसार में
जैसे छोटी सी उम्र इंसान की
पलके खुलने से
पलके मुंदने तक का सफ़र
पल भर में मिल जाती संसार सागर में
पलके मुंदने तक का सफ़र
पल भर में मिल जाती संसार सागर में
बूंदों का सफ़र
मधुर स्मृतियों का जैसे एलबम पुराना
सारांश सुख दुख का
मधुर स्मृतियों का जैसे एलबम पुराना
सारांश सुख दुख का

और आलोचनाओ के तराजू के पलड़ों से
खुद को आज़ाद कर देता है जब मन
बारिश होने लगती है
बहने लगती हैं बूँदें
क्षण भर के लिए चमकती बूँदें
ठंडक देकर
अपनी उम्र पूरी करती है।
ठंडक देकर
अपनी उम्र पूरी करती है।
एकता
No comments:
Post a Comment